QR कोड पर राहुल, बेचने वाला निकला राशिद! यूपी के लोनी में वेज बिरयानी में हड्डी मिलने से हंगामा, गजब है पूरी कहानी
Loni Biryani Controversy: गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर में वेज बिरयानी में हड्डी मिलने से विवाद खड़ा हो गया. पीड़ित परिवार ने नाम और पहचान को लेकर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है. शिकायत के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी को हिरासत में लिया है. मामले की जांच जारी है.

Loni Biryani Controversy: "मैं सुबह अपनी पत्नी को दवाई दिलवाकर लौट रहा था. रास्ते में पत्नी ने कहा कि घर के लिए बिरयानी ले लेते हैं. मैंने एक रेहड़ी से दो प्लेट वेज बिरयानी पैक कराई और पन्नी अपनी साली और पत्नी को दे दी. वे दोनों बिरयानी घर ले गईं. घर पर जब मेरी पत्नी और साली बिरयानी खा रही थीं, तभी मेरी साली की प्लेट में एक हड्डी निकल आई..."
वेज बिरयानी में हड्डी मिलने यह मामला गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र से सामने आया है. जहां घटना के बाद इलाके में नाराजगी और तनाव का माहौल बन गया है. पूरा मामला नीलम फैक्ट्री के पास लगी आर के बिरयानी नाम की रेहड़ी से जुड़ा बताया जा रहा है.
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ऐसे खुली खुली पोल!
पीड़ित अनिल शर्मा के मुताबिक, उन्होंने रेहड़ी से वेज बिरयानी पैक कराई थी. घर पहुंचने पर जब परिवार की महिलाओं ने खाना शुरू किया तो बिरयानी में हड्डी निकल आई. इसके बाद वे बिरयानी की थैली लेकर दोबारा रेहड़ी पर पहुंचे.
पीड़ित का आरोप है कि रेहड़ी पर लौटने पर विक्रेता ने अपनी गलती स्वीकार मान ली. इस दौरान वहां मौजूद लोगों में भी नाराजगी देखने को मिली और मामला बढ़ता चला गया.
पीड़ित राहुल ने सुनाई कहानी
राहुल ने बताया कि "शुरुआत में विक्रेता ने यह मानने से इनकार कर दिया और कहा कि यह बिरयानी उसकी नहीं है और हड्डी हमने ही डाली होगी. बाद में हमने अपने सभासद भाई को बुलाया, तब जाकर उसने अपनी गलती मानी. इसके बाद हम उसे लेकर थाने पहुंचे.
राहुल की आपबीती सुनिए
नाम और पहचान छुपाने के आरोप
पीड़ित पक्ष का कहना है कि रेहड़ी का नाम आर के बिरयानी लिखा था, जबकि ऑनलाइन भुगतान के लिए लगे स्कैनर पर राहुल नाम दिख रहा था. बाद में जानकारी मिली कि बिरयानी बेचने वाले युवक का नाम राशिद है. मामले को गंभीर मानते हुए पीड़ित परिवार ने लोनी बॉर्डर थाने में लिखित शिकायत दी है. घटना का वीडियो भी बनाया गया, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
स्थानीय लोगों का कहना है कि गाजियाबाद में इससे पहले भी खाने-पीने की चीजों को लेकर विवाद सामने आते रहे हैं. कुछ मामलों में गंदगी, थूकने और मिलावट जैसे आरोप लगे हैं. लोनी क्षेत्र में जूस में मूत्र मिलावट का मामला भी पहले चर्चा में रहा था. इन घटनाओं को देखते हुए स्थानीय लोग खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता पर सख्त निगरानी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.










